
शिक्षा, स्वच्छता और सशक्तिकरण की बातें, पारंपरिक गीत-संगीत के साथ बिखरी संस्कृति की सौंधी खुशबू

यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर। नगर के जबड़ापारा, सरकंडा क्षेत्र में रविवार को सावन उत्सव का भव्य आयोजन उल्लास और परंपरा के रंग में रंगा नजर आया। कार्यक्रम की अगुवाई सामाजिक कार्यकर्ता सपना द्विवेदी ने की। आयोजन में महिलाओं और बच्चों ने पारंपरिक परिधान पहनकर गीत-संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लिया। माहौल उत्सवमय रहा।
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रही “सावन सुंदरी प्रतियोगिता”, जिसमें ममता साहू और श्वेता पाण्डेय को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया। आयोजन सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसमें सामाजिक सरोकारों पर भी गंभीरता से चर्चा हुई।

बबिता मिश्रा ने कहा कि चाहे कैसी भी परिस्थिति हो, बच्चों की शिक्षा को किसी हाल में नहीं रोकना चाहिए। उन्होंने शिक्षा को आत्मनिर्भरता की कुंजी बताया। वहीं सुरेखा सिंह ने बच्चों के सर्वांगीण विकास में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की भूमिका पर ज़ोर देते हुए अभिभावकों से पढ़ाई को प्राथमिकता देने की अपील की।
चित्ररेखा राठौर ने महिलाओं की सामाजिक भागीदारी को जरूरी बताते हुए सामाजिक समरसता को मजबूत करने की बात कही। पार्वती साहू ने स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों को उठाया और कहा कि ये विषय सिर्फ सरकारी नहीं, सामाजिक जिम्मेदारी भी हैं।
आयोजिका सपना द्विवेदी ने कहा कि त्योहार समाज को जोड़ते हैं और सांस्कृतिक विरासत को संजोने का माध्यम बनते हैं। उन्होंने महिलाओं की भागीदारी को ऐसे आयोजनों की आत्मा बताया।
कार्यक्रम में पलक मिश्रा, निरावी साहू, समर्थ साहू, अदिति सिंह, मुकेशधर मिश्रा, मनोज सिंह सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समां बांधा और सावन के इस उत्सव को यादगार बना दिया।