
पटवारी, फूड इंस्पेक्टर और हॉस्टल अधीक्षक बनाने के नाम पर दी किस्तों में मोटी रकम, ठगों की टीम गिरफ्तार
त्वरित कार्रवाई में दो आरोपी गिरफ्तार, एक पहले से जेल में बंद

यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर। सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर तखतपुर सेवा सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक से 43 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस ठगी की पटकथा 8 फरवरी 2022 से 5 जून 2023 के बीच लिखी गई, जब बैंक प्रबंधक सूर्यकांत जायसवाल ने अपने दो बेटों और एक बेटी को सरकारी पदों पर नियुक्त कराने के लिए अनीश राजपूत, विष्णु राजपूत और जावेद खान को किस्तों में 43 लाख रुपये दे दिए।
तखतपुर थाना प्रभारी अनिल अग्रवाल ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि सूर्यकांत जायसवाल ने बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के सीधे संपर्क कर उक्त लोगों से सौदा किया। बाद में जब कोई नियुक्ति नहीं हुई तो उन्होंने पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह से शिकायत की। जांच में पाया गया कि यह न केवल ठगी है, बल्कि कानून और भर्ती प्रक्रिया का घोर उल्लंघन भी है।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विष्णु राजपूत और सीमा सोनी (पत्नी जावेद खान) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस केस का तीसरा आरोपी जावेद खान उर्फ राजा पहले से ही सिविल लाइन थाने के धोखाधड़ी के एक अन्य मामले में जेल में बंद है।
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे चिंताजनक बात यह है कि बिना वैधानिक प्रक्रिया अपनाए ऐसे लेन-देन से न केवल शासन की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचता है, बल्कि उन हजारों मेहनती युवाओं की मेहनत पर भी पानी फिरता है जो ईमानदारी से प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेते हैं।
पुलिस ने आगे इस मामले में और भी संभावित लिंक की जांच शुरू कर दी है। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।