
चार लाख में नौकरी का सौदा, एडवांस लिए 2.68 लाख, न नौकरी मिली, न पैसे लौटे, जयनगर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

यश विश्वकर्मा @ रायपुर/बिश्रामपुर। रेलवे विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर दो सगे भाइयों से 1 लाख 98 हजार 600 रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित भाइयों ने काफी इंतजार के बाद जब नौकरी नहीं मिली, तो आखिरकार रविवार को जयनगर थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई।
जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत आमगांव निवासी रामनयन के दोनों पुत्र बाबूलाल और बाल रूप सरकारी नौकरी की तलाश में थे। इस दौरान उनकी मुलाकात ठाकुरपुर निवासी अज्जू सिंह पिता बुढन से हुई, जिसने खुद को रेलवे विभाग के लिपिक सुदामा दास का करीबी बताकर रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा दिया।
चार पदों में से दो पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर अज्जू सिंह ने चार लाख रुपये की डील तय की, जिसमें पीड़ितों ने एडवांस के रूप में ₹2,68,600 का भुगतान किया। नौकरी न मिलने पर आरोपी ने ₹70,000 नकद व फोन पे के माध्यम से लौटाए, लेकिन शेष राशि लौटाने से साफ इंकार कर दिया।
जब पीड़ित भाइयों ने शेष पैसे की मांग की, तो आरोपी ने अभद्र व्यवहार करते हुए पैसा लौटाने से मना कर दिया। इससे परेशान होकर दोनों ने पुलिस की शरण ली। जयनगर पुलिस ने आरोपी अज्जू सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस को शक है कि आरोपी किसी संगठित ठगी रैकेट का हिस्सा हो सकता है, जो बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करता है। मामले की गहराई से जांच के लिए साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है।