फेसबुक पर फर्जी विज्ञापन के चक्कर में 24.78 लाख की ठगी, 64 वर्षीय वृद्ध हुआ ठगी का शिकार

सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन के जरिए साइबर ठगों ने दिया घटना को अंजाम

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यश विश्वकर्मा @ रायपुर/ अंबिकापुर। नौकरी के नाम पर हो रही साइबर ठगी के एक और मामले में 64 वर्षीय वृद्ध को 24 लाख 78 हजार 449 रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया है। इस घटना में पीड़ित कमला यादव माइनस कॉलोनी बिश्रामपुर के निवासी ने एक फर्जी विज्ञापन के चक्कर में अपनी जीवनभर की जमापूंजी गवां दी। पुलिस ने साइबर अपराध के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना की शुरुआत 8 अगस्त 2024 को हुई। जब कमला यादव फेसबुक पर सर्फिंग कर रहे थे। इस दौरान उनकी नजर एक आकर्षक विज्ञापन पर पड़ी। जिसमें प्राइवेट कंपनी में नौकरी दिलवाने का दावा किया गया था। यादव के परिवार का कोई सदस्य नौकरी की तलाश में था और विज्ञापन देखकर उन्हें लगा कि यह उनके लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है। उत्साहित होकर उन्होंने विज्ञापन में दिए गए संपर्क नंबर पर कॉल किया।
फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को इंडियन एस्कॉर्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, गुड़गांव का एजेंट बताया। उसने कमला यादव को यह यकीन दिलाया कि वह उनके परिजन को नोएडा स्थित कंपनी में अच्छी नौकरी दिलवा सकता है। इसके बदले में, उसने यादव से प्रोसेसिंग शुल्क, दस्तावेज़ सत्यापन, और अन्य विभिन्न खर्चों के नाम पर धीरे-धीरे बड़ी रकम वसूलना शुरू कर दिया। यादव को लगा कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है और उन्होंने बिना सोचे-समझे पैसे जमा कर दिए।
कुछ ही हफ्तों में, आरोपी ने उनसे कुल 24 लाख 78 हजार 449 रुपए की ठगी कर ली। जब कमला यादव को यह अहसास हुआ कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं। तो उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। साइबर पुलिस ने इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर ठगी के इस मामले ने एक बार फिर से सोशल मीडिया और इंटरनेट पर बढ़ते खतरों की ओर ध्यान खींचा है। पुलिस ने नागरिकों को जागरूक रहने की सलाह दी है और कहा है कि ऑनलाइन विज्ञापनों और संदिग्ध कॉल्स से सावधान रहें।