
5 बच्चियों से शुरू हुआ अभियान, अब 500 तक पहुंचा
स्वेच्छा से मदद, बिना चंदा, टीम के सदस्य अपने निजी योगदान से करते हैं आयोजन

कन्या पूजन के साथ वस्त्र वितरण, गंगाजल और दूध से पैर धोकर बच्चियों का होता है विधिवत पूजन
बैमा-नगोई मंदिर में 9 अक्टूबर को होगा आयोजन

यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर। शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर शहर की एक युवा टीम हर साल जरूरतमंद बच्चियों को वस्त्र वितरण का कार्य करती है। इसकी शुरुआत जूना बिलासपुर निवासी व सीएमडी कॉलेज के पूर्व छात्र सोमी कश्यप ने 12 साल पहले की थी। जब उन्होंने नवरात्र के दौरान 5 बच्चियों को फ्रॉक भेंट की थी। धीरे-धीरे यह पहल एक बड़े अभियान में रूप में बदल गई। और अब हर साल सैकड़ों बच्चियों को नए वस्त्र भेंट किए जाते हैं। इस वर्ष भी टीम का लक्ष्य 500 बच्चियों को फ्रॉक वितरित करने का है। यह आयोजन 9 अक्टूबर नवरात्र के सप्तमी को बैमा-नगोई स्थित माता वैष्णव देवी मंदिर में किया जाएगा।
12 साल पहले हुई थी शुरुआत

जूना बिलासपुर निवासी व सीएमडी कॉलेज के पूर्व छात्र सोमी कश्यप ने 12 साल पहले नवरात्र के दौरान 5 बच्चियों को फ्रॉक भेंट कर इस नेक काम की शुरुआत की थी। उनके अनुसार त्योहारों के समय कई बच्चियों के पास नए कपड़े नहीं होते और इसी विचार से प्रेरित होकर उन्होंने यह पहल शुरू की। धीरे-धीरे अन्य युवा भी इस अभियान से जुड़ते गए और आज यह एक बड़ी टीम बन चुकी है। जो हर साल जरूरतमंद बच्चियों के चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य करती है।
नहीं लेते किसी से चंदा, युवाओं का है निजी योगदान
इस अभियान की एक खास बात यह है कि इसमें कोई भी सदस्य चंदा नहीं मांगता। टीम के सभी सदस्य अपने निजी योगदान से इस कार्य के लिए पैसे इकट्ठा करते हैं। यदि कोई स्वेच्छा से आर्थिक मदद करना चाहता है तो उसे स्वीकार किया जाता है, लेकिन इस अभियान का उद्देश्य कभी किसी से धनराशि मांगना नहीं रहा है।
बच्चियों के पैर धोकर करते हैं पूजा
फ्रॉक वितरण के साथ-साथ इस आयोजन में बच्चियों का विधिवत कन्या पूजन भी किया जाता है। बच्चियों के पैर गंगाजल, पानी और दूध से धोए जाते हैं। इसके बाद उन्हें टीका चंदन लगाकर उन्हें भोजन के पैकेट वितरित किए जाते हैं। यह आयोजन केवल वस्त्र वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि नवरात्र के दौरान कन्या पूजन की परंपरा को सम्मानपूर्वक निभाया जाता है।
इस साल 500 बच्चियों को मिलेगा उपहार
पिछले वर्ष इस अभियान के तहत 450 बच्चियों को फ्रॉक वितरित किए गए थे। इस वर्ष टीम का लक्ष्य 500 बच्चियों को नए वस्त्र भेंट करने का है। आयोजन के लिए हर साल एक नया स्थान चुना जाता है, और इस वर्ष यह बैमा-नगोई स्थित माता वैष्णव देवी मंदिर में आयोजित किया जाएगा।
युवाओं की टीम में ये शामिल

युवा टीम में सोमी कश्यप, राहुल साहू, दिलीप श्रीवास्तव, शशांक शर्मा, राकेश देवांगन, निखिल सोनी, विजय गुप्ता, गजेन्द्र श्रीवास, विवेक मिश्रा, विकास कौशिक, विजय ठाकुर, आशिफ खान, सागर कश्यप, ऋषि कश्यप, शुभम मिश्रा, अखिलेश कश्यप, नीरज जायसवाल, आयुष देवांगन, निधि दुबे और अखिल देवांगन समेत कई अन्य युवा शामिल रहते हैं, जो इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान देते हैं।