
घटनास्थल पर वन विभाग की कार्रवाई
लगातार हो रही मौतों से चिंता, जांच के बाद खुल सकते हैं रहस्य

यश विश्वकर्मा @ पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के मरवाही वन मंडल में एक बार फिर से एक भालू के शावक का शव मिलने से सनसनी फैल गई है। इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मच गई है और क्षेत्र में वन्यजीवों की लगातार हो रही मौतों को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। मृत भालू की उम्र लगभग तीन साल बताई जा रही है। और उसके आंतरिक अंगों में चोट के निशान मिलने की पुष्टि हुई है।
घटनास्थल पर वन विभाग की कार्रवाई
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कार्यवाही की। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। वन अधिकारियों के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही भालू की मौत के कारणों का सही पता चल सकेगा। फिलहाल मौत की वजह पर संशय बना हुआ है, और वन विभाग ने आगे की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही कोई ठोस कदम उठाने की बात कही है।
लगातार हो रही मौतों से चिंता
मरवाही वन मंडल जिसे “बियर लैंड” के नाम से भी जाना जाता है। वहीं क्षेत्र में भालुओं की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले हफ्ते ही एक घायल भालू को रेस्क्यू कर बिलासपुर के वन्यजीव चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई थी। इसके पहले भी कई भालुओं के शव विभिन्न स्थानों पर मिल चुके हैं, जिससे वन्यजीव संरक्षण पर सवाल उठने लगे हैं।
जांच के बाद खुल सकते हैं रहस्य
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस घटना की असली वजह सामने आएगी। भालू के आंतरिक अंगों में चोट के निशान मिलने से संभावना जताई जा रही है कि मौत किसी हिंसक संघर्ष या दुर्घटना के कारण हो सकती है। हालांकि, वन विभाग ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि यह मामला शिकार का है या फिर किसी अन्य कारण से भालू की मौत हुई है।
वन्यजीव संरक्षण पर उठते सवाल
मरवाही वन मंडल में वन्यजीवों की लगातार हो रही मौतों से संरक्षण को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भालुओं की लगातार हो रही मौतें वन्यजीव संरक्षण और वन विभाग की सतर्कता पर सवाल खड़े कर रही हैं। यह क्षेत्र भालुओं की प्राकृतिक आवास स्थली है, और ऐसे में भालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले की जांच की दिशा तय की जाएगी। वहीं पर्यावरणविदों और वन्यजीव प्रेमियों ने सरकार से मांग की है कि भालुओं की मौतों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और वन्यजीव संरक्षण के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। वन मंडल अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि रिपोर्ट आने के बाद मामले की विस्तृत जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।