

ग्रामीणों को सरकारी अस्पताल में इलाज कराने की दी सलाह
कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई, स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति चलाया गया जागरूकता अभियान
यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर। कलेक्टर के निर्देशानुसार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिल्हा के अधीन ग्राम पंचायत पौड़ी में एक झोलाछाप डॉक्टर की दुकान को सील कर दिया गया। साथ ही वहां रखी दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों को भी जब्त कर लिया गया। इस कार्रवाई का नेतृत्व खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.के. गुप्ता ने किया। उनके साथ तहसीलदार संदीप साय, राजस्व विभाग से अनिल गढ़ेवाल, शैलेंद्र श्रीवास्तव और डॉक्टर प्रखर गुप्ता की टीम भी मौजूद रही। अधिकारियों की इस संयुक्त टीम ने गांव का भ्रमण कर ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का काम किया। टीम ने आम नागरिकों को सरकारी अस्पतालों की सेवाओं का लाभ उठाने और झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज न कराने के लिए प्रेरित किया। टीम ने झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा किए जा रहे अवैध चिकित्सा कार्यों के बारे में जानकारी दी। जिससे लोगों को सस्ते इलाज के लालच में पड़कर अपनी जान जोखिम में डालने से बचाया जा सके। अधिकारियों ने सख्त हिदायत दी कि झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने वालों को भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा उन्होंने ग्रामीणों को यह भी बताया कि सरकारी अस्पतालों में सभी प्रकार की चिकित्सा सेवाएं मुफ्त में उपलब्ध हैं। इस दौरान लोगों को जागरूक करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया। यह कार्रवाई प्रशासन की ओर से झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ उठाए गए कदमों का हिस्सा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में अनाधिकृत और असुरक्षित चिकित्सा सेवाओं पर रोक लगाई जा सके। ग्रामीणों ने भी इस पहल का स्वागत किया और इसे स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम माना। इस अभियान के बाद प्रशासन ने झोलाछाप डॉक्टरों को सख्त चेतावनी दी है कि वे भविष्य में किसी भी प्रकार का इलाज न करें। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए सीधे सरकारी अस्पताल जाएं और प्रशिक्षित डॉक्टरों से ही इलाज कराएं।
