शिवसेना ने जिला प्रशासन से की शहर को पटाखा और विस्फोटक मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग

तोरवा में आगजनी की घटना के बाद शिवसेना ने उठाई आवाज
कलेक्टर से मिलकर रिहायशी इलाकों में विस्फोटक पदार्थों के भंडारण पर रोक लगाने की अपील

शिवसेना बिलासपुर जिला प्रमुख नवीन यादव

यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर। शिवसेना की बिलासपुर जिला इकाई ने शहर के रिहायशी इलाकों में पटाखों और अन्य विस्फोटक पदार्थों की बढ़ती मात्रा को लेकर चिंता जताई है। पार्टी ने कलेक्टर से मिलकर इन खतरनाक वस्तुओं के भंडारण पर रोक लगाने की मांग की है। शिवसेना के जिला प्रमुख नवीन यादव ने बताया कि 24 सितंबर को तोरवा क्षेत्र में एक पटाखा व्यापारी द्वारा भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री डंप किए जाने के कारण आगजनी की घटना हुई। यह घटना क्षेत्र के निवासियों के लिए एक बड़ा खतरा साबित हुई और इससे भविष्य में और भी गंभीर घटनाओं की संभावना बढ़ गई है।
शिवसेना का प्रतिनिधिमंडल 25 सितंबर को कलेक्टर से मिलकर इस मामले को उठाएगा और रिहायशी इलाकों को विस्फोटक पदार्थों से मुक्त रखने की सख्त मांग करेगा। श्री यादव ने कहा कि तोरवा जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं गंभीर सुरक्षा चिंताओं को जन्म देती हैं। इन खतरनाक वस्तुओं को जनसंख्या वाले क्षेत्रों में रखने से लोगों की जान जोखिम में पड़ जाती है।
श्री यादव ने यह भी कहा कि बिलासपुर के कई अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र जैसे शनिचरी बाजार, बुधवारी बाजार, बृहस्पति बाजार, गोल बाजार और जूनी लाइन, सरजू बगीचा भी पटाखों के बड़े डंपिंग स्थल बनते जा रहे हैं। इन क्षेत्रों में घनी आबादी, दुकानें और मकान होने के कारण किसी भी तरह की आगजनी या विस्फोटक घटना जानमाल के लिए भारी नुकसानदेह हो सकती है।

आगजनी की घटना और सुरक्षा व्यवस्था
24 सितंबर को हुई आगजनी की घटना के बाद, शिवसेना ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और इसका समाधान निकालने के लिए कलेक्टर से मिलने का निर्णय लिया है। पार्टी के अनुसार इस प्रकार की घटनाएं केवल पटाखा व्यापारियों की लापरवाही के कारण होती हैं, जो बिना सुरक्षा उपायों के भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जमा कर लेते हैं। इस घटना ने शहर में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर किया है।

शिवसेना ने जिला व पुलिस प्रशासन से यह मांग की है कि जो व्यापारी शहर के भीतर पटाखों और अन्य विस्फोटक पदार्थों का भंडारण कर रहे हैं उनके लाइसेंस और परमिट की गहन जांच की जाए। यादव ने कहा, “बिना उचित निरीक्षण और सुरक्षा मानकों के व्यापारियों को विस्फोटक सामग्री बेचने की अनुमति देना खतरनाक है। यह जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।”

शहर को विस्फोटक मुक्त बनाने की मांग
शिवसेना ने जोर देकर कहा है कि शहर के रिहायशी और घनी आबादी वाले क्षेत्रों को विस्फोटक मुक्त घोषित किया जाए। इसके साथ ही प्रशासन से यह भी आग्रह किया गया है कि वह उन व्यापारियों पर सख्त कदम उठाए जो बड़े पैमाने पर विस्फोटक सामग्री का भंडारण कर रहे हैं। पार्टी का मानना है कि इन खतरनाक वस्तुओं का जनसंख्या वाले क्षेत्रों में जमा होना भविष्य में गंभीर घटनाओं को जन्म दे सकता है।
श्री यादव ने यह भी कहा कि “बिलासपुर जैसे तेजी से बढ़ते शहर में जहां जनसंख्या घनी है वहां सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा होना चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि शहर के किसी भी हिस्से में इस प्रकार की खतरनाक वस्तुएं बिना उचित सुरक्षा उपायों के न रखी जाएं।”

प्रशासन से कड़े कदम उठाने की मांग
शिवसेना ने कलेक्टर से यह भी आग्रह किया है कि वह इस मामले में त्वरित कार्रवाई करें और शहर के रिहायशी इलाकों में पटाखों और विस्फोटकों के भंडारण को पूरी तरह से रोकें। पार्टी ने कहा कि अगर इस पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो भविष्य में और भी गंभीर घटनाओं की संभावना है, जिससे जन और धन की हानि हो सकती है।
शहर को सुरक्षित रखने के लिए शिवसेना ने पटाखों और अन्य विस्फोटक पदार्थों के व्यापार पर कड़े नियमन की मांग की है। पार्टी का मानना है कि इस तरह के कदम उठाने से न केवल शहर की सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि भविष्य में होने वाली अप्रिय घटनाओं को भी रोका जा सकेगा।