

यश विश्वकर्मा @ गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (जीपीएम) जिले में पुलिस ने अंतर्राज्यीय गांजा तस्करी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 1.6 क्विंटल गांजा, दो वाहन और सात मोबाइल फोन जब्त किए हैं। इस ऑपरेशन में कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से दो पहले से ही तस्करी के मामलों में लिप्त थे और पुराने अपराधी हैं। जब्त किए गए माल की कुल कीमत 53 लाख रुपये बताई जा रही है।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस का एक्शन
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक बड़ा गांजा तस्करी का खेप जिले से गुजरने वाला है। इस सूचना के आधार पर एसपी जीपीएम श्रीमती भावना गुप्ता के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तस्करों पर नकेल कसने के लिए हर्राटोला इलाके में वाहनों की सघन चेकिंग शुरू की। 2 सितंबर की सुबह, पुलिस ने एक सफेद महिंद्रा टीयूवी 300 वाहन को रोका, जो मध्य प्रदेश की ओर से आ रहा था। वाहन की तलाशी लेने पर बूटस्पेस में भारी मात्रा में गांजा छिपा हुआ मिला। मौके पर ही गाड़ी में सवार दो युवकों, तुलसी शर्मा और उदय चौहान को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में खुली तस्करी के नेटवर्क की परतें
गिरफ्तार आरोपियों से सख्त पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में खुलासा किया। पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण और प्राप्त जानकारी के आधार पर तीन और आरोपियों को बिलासपुर से गिरफ्तार किया। इनमें से एक आरोपी, उतरा खूंटे उर्फ साहिल, तस्करी गिरोह का मुख्य संचालक था। उसके साथ दो अन्य साथी अनुज आदिले और अरुण चंद्रा को भी पकड़ा गया, जो तस्करी के दौरान पायलटिंग और रेकी का काम कर रहे थे। इनकी गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने एक और वाहन, सफेद ब्रेजा कार, भी जब्त की।
पूछताछ में सामने आया कि यह गिरोह मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, और ओडिशा से जुड़े एक संगठित नेटवर्क के तहत काम कर रहा था। ओडिशा से गांजा लाया जाता था, जिसे मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में सप्लाई किया जाता था। इस दौरान छत्तीसगढ़ के लोग रास्ते की रेकी और पायलटिंग की जिम्मेदारी संभालते थे।
पुराने और शातिर तस्कर निकले आरोपी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से तुलसी शर्मा और उतरा खूंटे उर्फ साहिल दोनों ही पुराने और शातिर तस्कर हैं। तुलसी शर्मा पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल जा चुका है। वहीं, उतरा खूंटे उर्फ साहिल, जो सक्ति जिले का रहने वाला है, मलकानगिरी, ओडिशा में आठ साल की जेल की सजा काट चुका है। पुलिस ने पाया कि उतरा खूंटे ने अन्य तस्करी गिरोहों के लिए भी काम किया था और तस्करी के लिए आदमियों की व्यवस्था और रेकी का काम करता था।
फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की जांच और आगे की कार्रवाई
जीपीएम पुलिस ने तस्करों के आर्थिक लेन-देन की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह से जुड़े कई और लोग अब भी सक्रिय हो सकते हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज किया जा रहा है। तस्करों के फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की गहन जांच की जा रही है, ताकि तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जा सके। इस पूरे ऑपरेशन का नेतृत्व एसपी भावना गुप्ता ने किया, जबकि आईजी रेंज बिलासपुर, डॉ. संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन में यह अभियान सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा, एसडीओपी गौरेला श्याम सिदार और उप निरीक्षक सनत कुमार मान्त्रे समेत कई पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अपराधियों के लिए कड़ी चेतावनी
जीपीएम पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह जिले में तस्करी के किसी भी तरह के प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी। पुलिस की इस बड़ी सफलता ने तस्करों को साफ संदेश दिया है कि कानून के शिकंजे से बच पाना अब मुश्किल होगा। तस्करी के खिलाफ पुलिस की ऐसी सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, ताकि इस क्षेत्र को नशे के कारोबार से पूरी तरह से मुक्त किया जा सके।
इस सफल कार्रवाई के बाद पुलिस का मानना है कि तस्करों के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। जीपीएम पुलिस ने साबित कर दिया है कि वह किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों के खिलाफ सतर्क है और अपराधियों को पकड़ने के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है। पुलिस अब भी उन तस्करों की तलाश में जुटी हुई है जो इस नेटवर्क का हिस्सा हैं, और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार करने की पूरी कोशिश की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
1. तुलसी शर्मा पिता स्वर्गीय रामकृपाल शर्मा ग्राम दर्रीटोला, थाना जैतपुर जिला शहडोल मध्यप्रदेश
2. उदय कुमार चौहान पिता अनूप राम ग्राम घोघरी थाना डभरा जिला सक्ति छ. ग.
3. उतरा खूंटे उर्फ साहिल पिता डोरीलाल ग्राम मरघट्टी थाना हसौद जिला सक्ति छ. ग.
4. अनुज आदिले पिता बंशी लाल ग्राम बासिन थाना डभरा जिला सक्ति छ. ग.
5. अरुण चंद्रा पिता बाबूलाल चंद्रा ग्राम अचरिज थाना मालखरौद जिला सक्ति छ. ग.
जप्त मशरुका
1. गांजा कुल 160 किलोग्राम
2. मूल्य 32 लाख
3. दो वाहन महिंद्रा टीयूवी 300 और ब्रेजा कार
4. दो वाहन महिंद्रा टीयूवी 300 और ब्रेजा और मोबाइल लगभग कीमत 20 लाख
4. 07 मोबाइल लगभग कीमत एक लाख रुपए।
कुल जुमला
53 लाख रुपए