

बिलासपुर। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, भाजपा के वरिष्ठ नेता व बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि वे मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल नही है। केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक मुख्यमंत्री की घोषणा करेंगे। संभवत कल या सोमवार तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा।
श्री कौशिक ने उड़ीसा के कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से आयकर विभाग द्वारा बरामद किए गए करोड़ों रुपए की चर्चा करते हुए तंज कसा कि मुहब्बत की दुकान में 2 सौ करोड़ रुपए मिले। कांग्रेस सांसदों और नेताओ के यहां से बरामद हो रहे यह रुपए शराब, मनरेगा व भूमि घोटाले आदि की रकम है।
श्री कौशिक ने जिला भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य के उड़ीसा, बंगाल, झारखंड आदि के संस्थानों में आईटी द्वारा मारे गए छापों में 200 सौ करोड़ रुपए नकद बरामदगी हुई है। नकदी राशि इतनी कि नोट गिनने वाली मशीनें खराब हो गई। झोले भी कम पड़ गए तो ट्रक से नकदी रकम को ले जानी पड़ी। कांग्रेस के चंद नेताओ के पास भारी भरकम रुपए है तो आम जनता का क्या होगा?
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में पीएम मोदी जब सत्ता में आए तो सबसे बड़ा मुद्दा भ्रष्ट्राचार ही था। कांग्रेस की सरकारे भ्रष्टाचार में डूबी रही। पीएम मोदी इसी भ्रष्ट्राचार को जड़ से समाप्त करने के लिए सत्ता में आए। देश की जनता भी भ्रष्टाचारी कांग्रेस सरकार से मुक्ति चाहती थी। पीएम मोदी ने जीरो टारलेंस पर काम शुरू किया, इसीलिए पीएम मोदी और उनकी सरकार को देश की जनता ने दोबारा मौका दिया।कांग्रेस की सरकारों ने देश को दीमक की तरह खोखला करने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग पीएम मोदी के ऊपर ईडी और आईटी का उपयोग करने का आरोप लगाते है। प्रश्न उठता है क्यों न करे उपयोग और फिर इसमें गलत क्या है? देश की कमाई का सारा रकम क्या कांग्रेस के पास ही रहे? श्री कौशिक ने कहा देश के विभिन्न राज्यों में कांग्रेस के लोगों के पास मनरेगा, भूमि घोटाला और कोयला तथा शराब घोटाला आदि के सैकड़ो करोड़ रुपए है जिसे पीएम मोदी की सरकार द्वारा निकलवाया जा रहा है। जिसका घमंडी गठबंधन द्वारा विरोध किया जा रहा है। इस घमंडी गठबंधन का नाम तो गांधी करप्शन सेंटर रख देना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कह दिया है कि गरीबों के पैसे खाने वालों को नहीं बख्शा जाएगा और लगातार कार्रवाई की जाएगी।
श्री कौशिक ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन पर सवाल उठाए जाने पर कहा कि पिछले चुनाव में जब कांग्रेस ने 67 सीटो पर जीतकर सरकार बनाई थी तो ईव्हीएम पर सवाल नही उठाया गया और अब इस चुनाव में मुंह की खानी पड़ी है तो ईव्हीएम के ऊपर हार का ठीकरा फोड़ा जा रहा है।