शिवसेना ने अवैध शराब की बिक्री पर रोक और सड़क सुधार के लिए उठाई आवाज, एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर की तत्काल कार्रवाई की मांग

कोटा विधानसभा इकाई ने सड़कों और पुलों के पुनर्निर्माण की मांग, अवैध शराब पर रोक लगाने की अपील

एसडीएम कार्यालय पहुंचे शिवसेना के पदाधिकारी

यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर। 24 अक्टूबर को शिवसेना शिंदे कोटा विधानसभा इकाई द्वारा क्षेत्र में व्याप्त अवैध शराब की बिक्री और जर्जर सड़कों एवं टूटे पुलों के मुद्दों पर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। यह ज्ञापन जिला प्रमुख नवीन यादव के निर्देश पर प्रवीण कौशिक के नेतृत्व में सौंपा गया। ज्ञापन में कोटा के ग्राम जमुनाही पारा पुल जो बारिश के कारण टूट चुका है उसकी पुनर्निर्माण की मांग की गई। साथ ही जमुनाही पारा से झझरईया पारा रोड जो पानी के तेज बहाव से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है उसे भी ठीक करने की मांग की गई है।
ग्रामीणों को आवागमन में हो रही कठिनाइयों को लेकर शिवसेना इकाई ने बताया कि इस टूटे पुल और सड़कों के कारण न केवल गांव वालों को परेशानी हो रही है, बल्कि आवश्यक सेवाओं और आपातकालीन मदद पहुंचाने में भी बाधा आ रही है। बारिश के मौसम में सड़कों और पुलों का हाल बुरी तरह बिगड़ गया है, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट चुका है।

एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन

इसके अलावा ज्ञापन में ग्राम पीपल तराई बस स्टैंड के पास और बछलीखुर्द सहित कई ग्राम पंचायतों में अवैध शराब की बिक्री पर भी गहरी चिंता व्यक्त की गई। शिवसेना इकाई ने बताया कि इन क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री तेजी से बढ़ रही है जिसके कारण हाईस्कूल और मिडिल स्कूल की बालिकाओं को स्कूल आते-जाते समय शराबियों द्वारा परेशान किया जा रहा है। साथ ही अवैध शराब के चलते क्षेत्र के युवा वर्ग तेजी से नशे की चपेट में आ रहे हैं, जिससे उनके भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है।
शिवसेना इकाई ने अवैध शराब की बिक्री पर तुरंत रोक लगाने की मांग करते हुए कहा कि इस अवैध कारोबार के कारण न केवल समाज का माहौल खराब हो रहा है बल्कि गांव के युवा वर्ग अपने मार्ग से भटक रहे हैं। इस पर रोक लगाकर क्षेत्र को नशामुक्त किया जाना आवश्यक है।
ज्ञापन में शिवसेना ने एसडीएम से मांग की कि जल्द से जल्द इन समस्याओं का निराकरण किया जाए। पार्टी ने स्थानीय प्रशासन से यह अपेक्षा जताई कि टूटे पुलों का पुनर्निर्माण किया जाए और अवैध शराब की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाई जाए। ताकि ग्राम पंचायतों में शांति और सुव्यवस्था कायम हो सके।

ये रहे उपस्थित
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से नीलमणि कौशिक, जिला उप प्रमुख अमित सिंह, विधानसभा उप प्रमुख कोटा प्रवीण कौशिक, विधानसभा सचिव कोटा उमेश साहू, वीर सिंह मरावी, लक्ष्मी बघेल, रेखा राम, राहुल कौशिक, नकुल मरावी और अन्य प्रमुख लोग शामिल थे।