

फायर ब्रिगेड की दो घंटे देरी से पहुंचने पर जनता में आक्रोश
यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर। तोरवा थाना क्षेत्र के देवरीखुर्द इलाके में रविवार रात एक फाल सीलिंग के बड़े गोदाम में भयंकर आग लगने से इलाके में अफरा- तफरी मच गई। आग की लपटें 50 फीट से भी अधिक ऊंची थीं, जिससे सड़क से गुजर रहे लोग दहशत में आ गए और चारों तरफ भागने लगे। आग की भयावहता इतनी ज्यादा थी कि आसपास के लोग भी अपने घरों से निकलकर घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। इस हादसे ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया और देर रात तक वहां सैकड़ों की संख्या में भीड़ जमा हो गई थी।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई
आग लगने की सूचना मिलते ही तोरवा थाने के प्रभारी राहुल तिवारी तुरंत मौके पर पहुंचे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद अति. पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप और सीएसपी पूजा कुमार भी मौके पर पहुंचीं। अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को तुरंत बुलाने के निर्देश दिए।

आग की लपटें 50 फीट से अधिक ऊंची, दहशत में भागे लोग
आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि दूर-दूर तक देखी जा रही थीं। हेमुनगर ओवर ब्रिज से आग की लपटें साफ नजर आ रही थीं, और करीब दो किलोमीटर के दायरे में लोग अपने घरों की छतों से यह नजारा देख रहे थे। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है, लेकिन गोदाम में रखे फाल सीलिंग के सामग्री ने आग को और भी विकराल बना दिया था।
फायर ब्रिगेड की दो घंटे देरी से पहुंचने पर जनता में आक्रोश
हालांकि पुलिस ने तुरंत फायर ब्रिगेड को बुलाने के प्रयास किए लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को पहुंचने में करीब दो घंटे की देरी हो गई। रात 8 बजे से आग फैलनी शुरू हो गई थी, लेकिन फायर ब्रिगेड रात 10 बजे के बाद ही घटनास्थल पर पहुंच पाई। इस देरी से स्थानीय लोग बेहद नाराज हो गए और नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ जमकर रोष प्रकट किया। लोगों का कहना था कि अगर फायर ब्रिगेड समय पर पहुंच जाती, तो आग पर जल्दी काबू पाया जा सकता था। भीड़ में मौजूद लोग निगम अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे।

चार फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने पाया आग पर काबू
घटना स्थल पर पहुंचने के बाद, चार फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद रात 12 बजे के करीब आग पर काबू पाया। आग इतनी भीषण थी कि इसे बुझाने में काफी समय लगा। फायर ब्रिगेड के कर्मियों को गोदाम के अंदर घुसने में भी काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन गोदाम में रखा सामान जलकर खाक हो गया।
क्षेत्रीय लोगों में घटना को लेकर असंतोष, लापरवाही का आरोप
घटना के बाद स्थानीय लोग नगर निगम और फायर ब्रिगेड की कार्यक्षमता पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि बार-बार कॉल करने के बावजूद फायर ब्रिगेड इतनी देरी से क्यों पहुंची? कई लोगों ने अधिकारियों की इस लापरवाही की शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की बात कही।
आग के कारणों की जांच जारी
फिलहाल पुलिस और प्रशासन की टीम इस घटना के कारणों की जांच कर रही है। गोदाम के मालिक से भी पूछताछ की जा रही है कि वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे या नहीं। आग कैसे लगी, इसका पता लगाने के लिए टीम भी घटनास्थल का निरीक्षण करेगी। बिलासपुर के देवरीखुर्द इलाके में हुई इस भयंकर आगजनी ने नगर निगम और प्रशासन की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। समय पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच जातीं, तो शायद नुकसान कम हो सकता था। स्थानीय लोगों की नाराजगी और उनकी मांगों के बीच, प्रशासन के लिए यह हादसा एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है।