
छंदशाला के 17 कवियों एवं कवयित्रियों ने किया काव्य पाठ

बिलासपुर। छंदशाला और नर्मदा नगर कल्याण समिति के तत्वावधान में शरदोत्सव का आयोजन मंदिर परिसर नर्मदा नगर में किया गया। इसके मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार विजय तिवारी, विशिष्ट अतिथि दामोदर मिश्रा अधीक्षण अभियंता और कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ नागरिक श्रीराम सेन नर्मदा नगर ने की। कार्यक्रम का सफल संचालन छंदशाला की संयोजिका और कवयित्री डॉ .सुनीता मिश्र ने किया।
इस आयोजन में छंदशाला परिवार के सदस्य और स्थानीय रचनाकार समेत, नर्मदा नगर कल्याण समिति के पदाधिकारियों समेत पचास से भी अधिक श्रोतागण उपस्थित रहे। इस काव्य गोष्ठी की खास बात यह रही कि गोष्ठी पूर्णतः शरदोत्सव पर आधारित थी, जिसमें चंद्रमा को बिंब बनाकर अनेक पक्षों अर्थात मां की लोरी में चांद का स्वरूप, प्रकृति में शरद का प्रभाव, प्रेमी या प्रेमिका की नजर में चंद्रमा की व्याख्या और भगवान श्रीकृष्ण जी की रासलीला सहित शरद पूर्णिमा महत्व को बताती सुंदर एवं प्रभावी गीतों की प्रस्तुति से सभी कवियों और कवयित्रियों ने ध्यान आकृष्ट किया। छंदशाला के 17 कवियों एवं कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया। विजय तिवारी, शैलेंद्र गुप्ता, डॉ. सुनीता मिश्र, सुषमा पाठक, कामना पांडेय, मनीषा भट्ट, आभा गुप्ता, संगीता जोशी, बुधराम यादव, मयंक मणि, हूप सिंह छत्री, राजेश सोनार, राजेश पांडेय, अमृत पाठक, पीडी वैष्णव, प्रवेश भट्ट प्रमुख हैं।
डॉ.सुनीता मिश्र ने कभी सुधाकर कभी कलानिधि कभी शशि कहलाते हो।
वरिष्ठ कवि शैलेन्द्र गुप्ता ने -मोह लिए सब के मन को मन
मोहन तान सुनावत है, चाँद उतारत आज धरा पर नचात और नचावत है, कवि राजेश सोनार ने शरद ऋतु की यामिनी की बात ही कुछ और है, गगन भरी हो चांदनी तो बात ही कुछ और है, कवियत्री मनीषा भट्ट ने रात पूनम की हो या बरसात की, है जरूर मुझे बस तेरे साथ की, कवि अमृत लाल पाठक ने मन के फुलवारी म प्रेम बीज बोये हौं, जागही त हरियाही, फूल जाही, फर जाही कवि विजय तिवारी ने यह बहुत गहरा समंदर गर्भ में मोती छुपाए, मोह जागा है अगर मन मीत चल गोता लगाएं, कवि पदुम दास वैष्णव ने चलो सखे चंदा घर, वह हमें बुलाता है, प्रेम के बुलावे में कौन नहीं जाता है मयंक दुबे ने सखे तुम्हारे प्रीत का, है मुझको आभास प्रेमकथा के वर्ष में, मैं केवल खरमास कामना पांडेय ने मनहर चाँद गगन पर आया, लिए चंद्रिका साथ में, पूर्ण कलाओं से सज धज कर, प्रीति बिखेरे रात में इस तरह शरद में चांद की छटा बिखेरकर बहुत वाह वाही लूटी।गीतों की संध्या में श्रोता और कविगण झूमते रहे। नर्मदा नगर मंदिर परिसर के शांत वातावरण में छंदशाला के काव्यानुशासित कवियों की यह काव्य गोष्ठी अमिट छाप छोड़ गयी। जिसमें श्रोता आकंठ डूबे रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन कवयित्री डॉ.सुनीता मिश्र ने और आभार प्रदर्शन बीपी सोनी ने किया।

कार्यक्रम के सफल आयोजन में नर्मदा नगर कल्याण समिति के सचिव मनीष सिंह परिहार और कवि शैलेन्द्र गुप्ता की सक्रिय भागीदारी रही।
कार्यक्रम में नर्मदा नगर के नागरिक आरके शिवहरे, चौरे, गोपी सूर्य वंशी, रंजना गुप्ता, भाविका गुप्ता, श्रीमती अग्रवाल एवं नर्मदा नगर के श्रोतागण उपस्थित थे।