

साईंस कॉलेज मैदान सरकंडा में चल रहा स्वदेशी मेला
बिलासपुर। साईंस कॉलेज मैदान सरकंडा में आयोजित स्वदेशी मेले में दूसरे दिन शनिवार को शिशु वेशभूषा प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें 40 से अधिक बच्चों ने भाग लेकर बेहतर परफार्मेंस के साथ अपनी प्रतिभा दिखाई। इन नन्हें बच्चों द्वारा पारंपरिक वेश में दिए गए शिक्षाप्रद संदेश अनुकरणीय रहा।

कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इसके बाद प्रतिभागी बच्चों ने अलग-अलग वेश में अपना परफार्मेंस दिया। उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर इन बच्चों की हौसला अफजाई की। शिवान्या झांसी की रानी, प्रणय सिंह ठाकुर जवान, अथर्व श्रीवास्तव हनुमान, अनुराज श्रवण कुमार, अरणव कांबले सेंटाक्लॉज, अक्षत मौर्या व लविंग गोस्वामी हनुमान भगवान, तुलिप चौधरी व शिवांश मौर्य कृष्ण, आरोही पंजवानी बटरफ्लाई, अभिराज खरे सेंटाक्लॉज, आभ्या खरे भगवान श्रीकृष्ण, सान्वी जैसवानी मोबाइल, शिवान्या व परिधि कश्यप झांसी की रानी, अक्षता अग्रवाल अन्नपूर्णा, हर्ष प्रीत कौर, अरोरा माशा की वेश में रहीं। निर्णायक के रूप में दीप्ति व अदिति मिश्रा उपस्थित रहीं। प्रतियोगिता प्रमुख श्रीमती मेहता ने बताया कि स्पर्धा के परिणाम की घोषणा बाद में की जाएगी। कार्यक्रम को सफल बनाने में अरूणा दीक्षित, नीता श्रीवास्तव, किरण मेहता, मीना गोस्वामी, सौम्या सहित अन्य सदस्यों का सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन संज्ञा टण्डन ने किया।
चालीसा का किया पाठ
बच्चों को यदि बचपन से अच्छा संस्कार दिया जाए तो उसका बच्चों पर सकारात्मक असर अवश्य पड़ता है।
शिशु वेशभूषा स्पर्धा के प्रतिभागी बालक अक्षत मौर्या ने मंच से पूरे हनुमान चालीसा का पाठ कर सबको चकित कर दिया।
नशे पर कटाक्ष बालिका अदविका यादव अपने नशे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैं हूं नशा सुर। उस रावण को तो श्रीराम ने मार दिया। नशा करने वाले स्वयं नशा कर अपने को मार रहे हैं तो मुझे कौन मारेगा।
आकृति शुक्ला ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर अपनी बात रखी।
व्यर्थ न जाए भोजन
अन्नपूर्णा की वेश में रही अक्षता अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि वह हर मनुष्य का पालन-पोषण करती है। वे चाहती हैं कि भोजन जितना खाना हो उतना ही लें। कभी भी भोजन थाली में व्यर्थ न जाए हमेशा ऐसा प्रयास हो।
बनें संवेदनशील, करें माता-पिता की सेवा
श्रवण कुमार के वेश में रहे अनुराज शुक्ला ने सबसे पहले शांति की प्रतीक दो कबूतर उड़ाया। फिर कहा कि श्रवण कुमार जैसे संवेदनशील बनकर अपने माता-पिता की सेवा करें। प्रकृति के प्रति भी जिम्मेदार बनें।
लगाए गए हैं कई चीजों के स्टाल
युवाओं को स्वालंबन की ओर ले जाने स्वदेशी मेले का आयोजन किया गया है। सीबीएमडी के सहायक प्रबंधक जीआर जगत ने बताया कि मेले में रविवार 17 दिसंबर से ट्रेवल टूरिज्म बाजार भी लगेगा। इसमें छत्तीसगढ़ सहित चार राज्यों की टूरिज्म की झलक दिखाई जाएगी। इन राज्यों में राजस्थान, हिमाचल प्रदेश एवं तेलांगना भी शामिल है। बिलासपुर की इतिहास में यह पहली बार हो रहा है। उन्होंने बताया कि मेले में फूड़, ज्वेलरी, कपड़े, डेकोरेशन आयटम सहित कई चीजों के स्टाल लगाए गए हैं। जिसमें स्वदेशी वस्तुओं का विशाल संग्रह है। जय बजरंग जन कल्याण समूह की ओर से दर्द निवारक तेल के स्टाल लगाए गए हैं। संचालक रौसे ने बताया कि इस समूह में महिलाएं भी शामिल हैं। आयुर्वेदिक तेल से सिर, जोड़ों व कमर दर्द को आराम मिलता है। वहीं युवाओं का पसंदीदा सेल वाली घड़ी व विविध डिजाइन वाला नार्मल व सन ग्लास के चश्मे भी बेची जा रही है। विविध तरह के झूले भी आकर्षण के केंद्र हैं।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव व बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने किया मेले का अवलोकन
स्वदेशी मेले का उप मुख्यमंत्री अरूण साव एवं बेलतरा क्षेत्र के विधायक सुशांत शुक्ला ने भी मेले का अवलोकन किया। रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें राघव दीक्षित द्वारा बांसुरी वादन किया गया। इसके बाद गीत-संगीत एवं नृत्य की प्रस्तुति दी गई। जिसका शहरवासी देर रात तक आनंद लेते रहे।
स्वदेशी मेला सह संयोजिका श्रीमती नीता श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त करते हुए कहा “तू जिन्दा है तो जिंदगी की जीत पर… यकीन कर कही अगर है स्वर्ग तो उतार ला जमीन पर” मेले में अतिथि आगुन्तकों व दर्शकों की उपस्थिति कुछ इस तरह है जैसे आज स्वर्ग की रौनक धरती पर है।
वोकल फ़ॉर लोकल लोकल फॉर ग्लोबल – डॉ. एडीएन बाजपेयी
अटल बिहारी विश्वविधालय के कुलपति डॉ. एडीएन बाजपेयी ने कहा वोकल फ़ॉर लोकल लोकल फॉर ग्लोबल स्वदेशी मेला या मंच प्रदान करता है जिससे भारत के लोकल उत्पाद वैश्विक बाजार में अपनी पकड़ मजबूत बना रहे।
स्वदेशी अपना कर देश का करें विकास – उपमुख्यमंत्री अरुण साव
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने अपना उदबोधन छत्तीसगढ़ी भाषा मे दिया नारी वंदन अधिनियम को लागू करने का काम स्वदेशी मेला समिति ने किया। स्वदेशी संस्कार है और आज देशभक्ति का बड़ा माध्यम स्वदेशी बन सकता है। क्षेत्र के लोगो का स्वदेशी मेले का इंतज़ार रहता है। इतना भव्य और सुनियोजित आयोजन हेतु सभी को बधाई दी। दुनिया मे हम तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने अग्रसर है, ये आत्मनिर्भर और आत्म विकसित भारत का साक्षात उदाहरण है। इक्कीसवीं भारत की सदी है। छत्तीसगढ़ी कला और संस्कृति का विकास होगा ये उपमुख्यमंत्री होने के नाते मेरा वादा है। छत्तीसगढ़ को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करा स्व. अटल बिहारी बाजपेई के सपनों का भारत बनाने में हमारी सरकार सदैव कार्यरत रहेगी। स्वदेशी मेला आत्मनिर्भर भारत सशक्त भारत मे आपका सहयोग महत्वपूर्ण है।