
तंबाकू व्यापारी की शिकायत पर पुलिस का बड़ा एक्शन, नकली तंबाकू गिरोह हुआ बेनकाब

आरोपियों के खिलाफ कॉपीराइट उल्लंघन और धोखाधड़ी के तहत केस दर्ज, पैकेजिंग सामग्री जब्त
यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर। जिले में नकली तंबाकू उत्पादन और बिक्री के मामले में तखतपुर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह पर ‘मेघना छाप’ तंबाकू के नाम पर नकली तंबाकू बनाकर बाजार में बेचने का आरोप है। यह कार्रवाई 19 सितंबर को तंबाकू व्यापारी संजय आहूजा की शिकायत पर की गई। जिन्होंने तखतपुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी।
यह है मामला
बिलासपुर सरकंडा निवासी संजय आहूजा जो टेहकन दास सुंदर दास एंड कंपनी के प्रोपराइटर हैं। वे अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कंपनी वर्ष 2003 से “मेघना छाप” चुना मिश्रित तंबाकू का उत्पादन कर रही है। इस उत्पाद की बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा है और इसे कई व्यापारियों को बेचा जाता है। हाल ही में संजय आहूजा को जानकारी मिली कि बाजार में उनकी कंपनी के नाम पर नकली तंबाकू बेचा जा रहा है, जिससे उनके व्यवसाय और ब्रांड को नुकसान हो रहा था।
जांच में हुआ खुलासा
पुलिस ने जांच शुरू की और पाया कि तीन आरोपी दीपक आहूजा (निवासी हेमु नगर बिलासपुर), आकाश डोडवानी (निवासी ग्रीन पार्क कॉलोनी बिलासपुर) और अंशुल हंसराजानी (निवासी कोरबा) नकली तंबाकू बना रहे थे। ये लोग तंबाकू को पुरानी पैकेजिंग में पैक कर ‘मेघना छाप’ के नाम से बेच रहे थे। इस नकली तंबाकू की बिक्री शहर व आसपास और तखतपुर क्षेत्र की दुकानों में की जा रही थी। सागरमल और आर.आर. नामक दुकानों के संचालकों ने भी इस बात की पुष्टि की कि उन्हें नकली ‘मेघना छाप’ तंबाकू बेचा गया है।
गिरफ्तारी और कार्रवाई
तखतपुर पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ धारा 318 (4) BNS और 63 कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से नकली तंबाकू और पैकेजिंग सामग्री भी जब्त की है। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद नकली तंबाकू कारोबार में शामिल अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसने की संभावना जताई जा रही है।
सावधानी जरूरी
इस मामले में नकली तंबाकू की बिक्री से जुड़ी धोखाधड़ी सामने आने के बाद पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय रही। संजय आहूजा जैसे व्यवसायियों को अपने ब्रांड की रक्षा के लिए सजग रहना होगा, ताकि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सके।