
जेल प्रहरी को दिया चकमा, पुलिस की मुस्तैदी से दूसरे राज्य से पकड़ी गई
यश विश्वकर्मा @ रायपुर /अंबिकापुर। मेडिकल कॉलेज अस्पताल से नवजात को लेकर फरार हुई महिला बंदी को झारखंड के पलामू जिले के नवाडीकला गांव से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह महिला 9 दिन पूर्व अस्पताल से भाग गई थी। महिला पूजा गुप्ता 23 वर्षीय जो एनडीपीएस एक्ट के तहत फरवरी में गिरफ्तार हुई थी। जिसे अंबिकापुर सेंट्रल जेल में रखा गया था। गर्भवती होने के कारण उसे रामानुजगंज जेल से अंबिकापुर जेल में स्थानांतरित किया गया था। अगस्त महीने में प्रसव पीड़ा होने पर उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमसीएच वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां उसने एक प्रीमेच्योर शिशु को जन्म दिया।
बच्चे की हालत नाजुक होने के कारण उसे एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) में रखा गया था। 9 सितंबर को जब बच्चे की हालत में सुधार हुआ, तब उसे मां पूजा को सौंपा दिया गया। उसी रात करीब 2 बजे महिला बंदी टॉयलेट जाने के बहाने महिला प्रहरी को चकमा देकर अस्पताल से रफूचक्कर हो गई। इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने महिला प्रहरी को निलंबित कर दिया और फरार महिला के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर खोजबीन शुरू की।
झारखंड से हुई महिला की गिरफ्तारी
महिला बंदी की तलाश में पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की। अंततः मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पूजा गुप्ता को झारखंड के पलामू जिले के नवाडीकला गांव से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान महिला पुलिसकर्मियों की सहायता से उसे अंबिकापुर लाया गया और न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
टीम में ये रहे शामिल
महिला बंदी की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी मणिपुर दुर्गेश्वरी चौबे, सहायक उप निरीक्षक नवल किशोर दुबे, आरक्षक उमाशंकर साहू, अतुल सिंह, मुकेश चौधरी, अतुल शर्मा, और महिला आरक्षक नीलम यादव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस की इस कामयाबी से जेल प्रशासन को राहत मिली है, जबकि फरार होने के दौरान जेल सुरक्षा में हुई चूक पर सवाल भी उठ रहे हैं।
यह घटना जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है, जहां एक बंदी महिला नवजात के साथ अस्पताल से भागने में सफल हो जाती है।