सिम्स में भोजन ठेकेदार के सुपरवाइजर ने की किशोरी से छेड़खानी, विरोध करने पर पिटाई, चार आरोपी गिरफ्तार

यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर। सिम्स मेडिकल कॉलेज के एक वार्ड में भर्ती मरीज की महिला परिजन के साथ छेड़खानी का गंभीर मामला सामने आया है। यह घटना रविवार देर रात एमएम-4 वार्ड में हुई, जब ठेकेदार के सुपरवाइजर और उसके कर्मचारियों ने किशोरी से छेड़खानी की। आरोप है कि भोजन वितरण के दौरान एक ठेकेदार कर्मचारी ने किशोरी का हाथ पकड़ लिया और उसका मोबाइल नंबर मांगने की कोशिश की। किशोरी द्वारा विरोध करने पर कर्मचारियों ने उसकी पिटाई कर दी।
किशोरी ने तुरंत अपने परिजनों और डॉक्टरों को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद किशोरी की मां और अन्य परिजन मौके पर पहुंचे और ठेकेदार के कर्मचारियों को पकड़ने का प्रयास किया। इस दौरान ठेकेदार और उसके कर्मचारियों ने अपनी गलती छिपाने के लिए झगड़ा करने की कोशिश की, जिससे सिम्स परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
इस घटना के बाद पीड़ित परिवार ने लोकलाज के डर से पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई। हालांकि, घटना की जानकारी जब सीनियर पुलिस अधीक्षक (एसपी) रजनेश सिंह को मिली, तो उन्होंने तुरंत पुलिस टीम को सिम्स भेजा। पुलिस ने आधी रात को ठेकेदार के चार कर्मचारियों को हिरासत में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
सिम्स के डीन डॉ. केके सहारे ने भी इस गंभीर घटना पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने तुरंत अस्पताल अधीक्षक सुजीत नायक से मामले की रिपोर्ट मांगी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। डीन सहारे ने बताया कि इस तरह की घटना अस्पताल की सुरक्षा और मरीजों की सुरक्षा के प्रति गंभीर चुनौती है, और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने घटना की पूरी जांच के लिए एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं और साथ ही यह सुनिश्चित किया है कि घटना के तुरंत बाद वार्ड में सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात किए जाएं। इस मामले में अभी भी जांच जारी है, और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सिम्स के भोजन ठेकेदार मिनेश चरण ने कहा कि रात में सूचना मिली कि मरीज के परिजन से एक सुपरवाइजर ने विवाद किया। सुपरवाइजर की पिटाई भी हो गई। जानकारी मिलते ही उसे काम से निकाल दिया गया। अब वो यहां दोबारा नहीं आएगा। प्रबंधन मामले की जांच कर रही है।