
धमाकेदार शोर और पत्थरबाजी से मच गया हड़कंप, पुलिस की सख्ती से आरोपियों की हुई गिरफ्तारी, अब स्थिति है नियंत्रित
यश विश्वकर्मा @ बिलासपुर/रतनपुर। बिलासपुर जिले के रतनपुर कस्बे की गली में जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा था, लेकिन गाधीनगर समिति के कुछ युवकों ने इस शांति के पर्व को डीजे की तेज़ धुनों से चकनाचूर कर दिया। ये घटना 26 अगस्त 2024 की है, जब समिति के अध्यक्ष अमित नेताम और उनके साथीगण, नशे में धुत होकर, डीजे साउंड सिस्टम पर तेज़ आवाज़ में गाने बजाकर पूरे मोहल्ले को परेशान कर रहे थे। रात्रि के 11 बज रहे थे, और इस शोर-शराबे से परेशान होकर किसी ने पुलिस को सूचना दी।
रात की गश्त पर निकले आरक्षक घनश्याम राठौर और कृष्णा बिंझवार ने अपनी शासकीय वाहन का रुख़ गाधीनगर की ओर मोड़ा। मोहल्ले में प्रवेश करते ही उन्हें डीजे के कानफोड़ू शोर के साथ नाचते-गाते युवकों की टोली दिखाई दी। उन्होंने तुरंत स्थिति का जायजा लिया और समिति के अध्यक्ष अमित नेताम को डीजे साउंड बंद करने की सलाह दी। लेकिन नशे में चूर अमित नेताम और उसके साथी नशे में धुत्त थे। उन्हें पुलिस का हस्तक्षेप नागवार गुजरा।
पुलिस की समझाइश का जवाब गाली-गलौज और हाथापाई से दिया गया। यह बहस जल्द ही झगड़े में बदल गई। आरोपीगणों ने पत्थर उठा-उठाकर पुलिस पर हमला बोल दिया। सरकारी पेट्रोलिंग वाहन पर पत्थरों की बौछार कर दी, जिससे गाड़ी के शीशे चकनाचूर हो गए। दोनों आरक्षकों को चोटें आईं और सरकारी वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।
स्थिति बिगड़ती देख, गश्ती दल ने तुरंत थाने से अतिरिक्त बल की मांग की। कुछ ही मिनटों में अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और उन्होंने स्थिति को नियंत्रित किया। लेकिन तब तक आरोपी वहां से फरार हो चुके थे। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रतनपुर थाने में भारतीय न्याय संहिता की समुचित धाराओं और लोक संपत्ति के नुकसानी के निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की।
घटना के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और घटनास्थल के वीडियो खंगाले गए। इससे सभी आरोपीगणों की पहचान हो गई। इनमें आदित्य सोनी, कैलाश शर्मा, शुभम सिंह राजपूत, अमित नेताम, पुन्नी यादव ऊर्फ राघव, ईशू धीवर, प्रकाश श्रीवास, नमन बिसेन, ओम कहरा, और एक अपचारी बालक शामिल थे। सभी आरोपी गाधीनगर रतनपुर के निवासी थे।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम गठित की और सभी 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें एक अपचारी बालक भी शामिल था। घटना में प्रयुक्त डीजे साउंड सिस्टम को भी कोलाहल अधिनियम के तहत जब्त कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस ने यह भी बताया कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ़्तारी के लिए तलाशी अभियान जारी है।
रतनपुर की इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि कानून से ऊपर कोई नहीं, और किसी भी प्रकार की सार्वजनिक अव्यवस्था या पुलिस पर हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने अपनी सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से इस मामले को संभाल लिया।